लेखनी कविता -स्कूल ड्रेस - बालस्वरूप राही

158 Part

43 times read

0 Liked

स्कूल ड्रेस / बालस्वरूप राही एक तरह की ड्रेस पहनकर, लगे दूर से एक बराबर। शोर मचाते हैं पप्पू जी, पर पीट जाते हैं गपपु जी। ...

Chapter

×